तवांग झड़प के बाद भड़का अमेरिका का बयान क्या बोला ? LAC पर नापाक इरादे?? Tavang Jhadap Ke Baad Bhadka America Ka Byaan Kya Bola ? LAC Par Napaak irade ??

नमस्कार दोस्तों,

अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में शुक्रवार को भारत और चाइना सैनिक के बीच झड़प हुई जिसमें दोनों ही देशों के सैनिकों को चोट आई है। अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई जिसके बाद अमेरिका ने इसे बीजिंग की उकसावे पूर्ण कार्यवाही करार दिया है। भारत चीन सीमा के तवांग में हुए टकराव पर अमेरिका विदेश मंत्रालय प्रवक्ता नेट प्राइस ने कहा भारत अमेरिका का रणनीतिक साझेदार है हम भारत के साथ दिल्ली और वॉशिंगटन मैं लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। अमेरिका एकतरफा तरीके से सीमा बदलाव की किसी भी कोशिश का विरोध करता है। अमेरिका ने कहा कि वह भारत के साथ है चीन उसका वे की कार्यवाही करता है। अमेरिका अपने मित्र देशों के साथ हमेशा रहेगा व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि वाइडन प्रशासन इस बात से खुश है कि भारत और चीन दोनों अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प के बाद जल्द ही पीछे हट गए।

source -www.opindia.com/2022

व्हाइट हाउस के मीडिया सचिव ने क्या कहा –

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान व्हाइट हाउस के मीडिया सचिव कराइन जीन पियरे (Karine Jean- Pierre) ने कहा कि अमेरिका दोनों देशों के बीच हुए तनाव की स्थिति का बारीकी से निगरानी कर रहा है। साथ ही कहा कि वह दोनों पक्षों भारत और चीन को विवादित सीमाओं पर चर्चा करने के लिए मौजूद द्विपक्षीय माध्यमों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

हम भारत का पूर्ण समर्थन करते है -पेंटागन

इसके साथ ही पेंटागन ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अमेरिका रक्षा विभाग भारत चीन सीमा पर एल ए सी के घटनाक्रम पर लगातार नजर बनाए हुए हैं पेंटागन के प्रेस सचिव पैट राइडर ने कहा अमेरिका ने देखा कि चीन एलएसी के क्षेत्र में शहनाज उठा रहा है। और सैनी बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है अमेरिका तनाव की स्थिति को कम करने के लिए भारत के चल रहे प्रयासों का पूरा समर्थन करता है। पेट राइडर ने कहा कि हम अपने सहयोगी देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेंगे हम तनाव को कम करने के भारत के प्रयास का पूरा समर्थन करते हैं साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया जानती है कि चीन किस तरह से तानाशाही कर सीमा पर अपने बलों को इकट्ठा कर तथाकथित सैन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहा है चीन खुद को मुखर करने और अमेरिकी सहयोगियों और indo-pacific में हमारे भागीदारों द्वारा निर्देशित चित्रों में जबरन हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा है वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प के बाद भारत चीन सीमा पर तनाव को कम करने की बात कही है।

source -www.hindustantimes.com/india-

राजनाथ सिंह ने क्या कहा-

अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में शुक्रवार को भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इसमें से दोनों ही देशों के सैनिकों को चोटें आई हैं आमने सामने के क्षेत्र में तैनात भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया है। शुक्रवार को हुई झड़प में घायल चीनी सैनिकों की संख्या भारतीय सैनिकों की संख्या से अधिक बताई जा रही है इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि भारतीय सेना के जवानों ने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यंगत्से क्षेत्र मैं वास्तविक नियंत्रण रेखा एलएसी का उल्लंघन करने से चीनी सेना को मुंह तोड़ जवाब दिया है राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं। कि कोई भी भारतीय सैनिक नहीं मरा गया है और ना ही गंभीर रूप से घायल हुआ है मैं सदन को यह भी विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सेना देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा कर सकती है हमारी सेना किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए तैयार है मुझे दृढ़ विश्वास है कि सदन इसका समर्थन करेगा।

भारत चीन देशों के बीच एक बार फिर हुआ तनाव-

बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में यांगत्से एरिया मैं भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच आमने-सामने होने पर एक बार फिर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है चीन के सैनिक भारतीय सेना की टीम यूनिटों के साथ भीड़ गए जो विभिन्न पैदल सेना रेजिमेंट से संबंधित भारतीय सेना के जवानों ने एलएसी पर चीनी सैनिकों को नापाक मंसूबों के प्रयास को विफल कर दिया है।

दुश्मनों के नापाक मंसूबों को जानते हैं भारतीय सैनिक-

वही ग्राउंड पर मौजूद सूत्रों ने समाचार एजेंसी एआएनआई को बताया कि जम्मू कश्मीर राइफल्स जाट रेजीमेंट और सिख लाइट इन्फेंट्री सहित तीन अलग-अलग बटालियन से संबंधित सैनिक पिछले हफ्ते झड़प वाले स्थान पर मौजूद थे। जब चीनी सैनिकों ने क्षेत्र में की यथा स्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की थी चीनी सैनिक लाठी और अन्य हथियार लाए हुए थे सूत्रों ने कहा कि भारतीय सैनिक भी चीनी सैनिकों से मुकाबला करने के लिए तैयार थे क्योंकि वह दुश्मन सैनिकों के इरादे को जानते थे।

उम्मीद करता हूं आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहे।

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम रितेश नामदेव और मैने हिंदी साहित्य में एम. ऐ. किया हुआ है और मुझे लिखना बहुत पसंद है और में खेल, मनोरंजन, देश-विदेश, लाइफ-स्टाइल जैसे विषयों पर लिखता हूँ।

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