नमस्कार दोस्तों ,
आज फिर से में आपको सीताफल जो की आपने जरूर खाया होगा। आज मै उसके फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा। सीताफल एक स्वादिष्ट फल है,जो की फलों की दुकान में आसानी से मिल जाता है। इसकी बाहरी त्वचा हरे रंग की होती है,जो की चिट्ठे का आवरण की तरह होता है जो की फल के अंदर मौजूद गूदे को ढककर रखता है। सीताफल को शुगर एप्पल और शरीफा के नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम एनोना स्क्वैमोसा (Annona squamosa) है। यह फल जब पक जाता है, तब इसे खाने के इस्तेमाल में भी किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसे कच्चा ही भुनी आंच में पका के खाते है जो की आलू के समान मीठा लगता है।
सीताफल के सेवन से होने वाले फायदे –
Table of Contents
- 1 स्वस्थ वजन के लिए सीताफल –
- 2 अस्थमा के लिए सीताफल –
- 3 हार्ट अटैक खतरे को कम करने के लिए सीताफल –
- 4 पाचन स्वास्थ्य के लिए सीताफल –
- 5 डायबिटीज के उपचार में सीताफल –
- 6 ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए सीताफल –
- 7 कोलेस्ट्रोल को कम करने मे सीताफल –
- 8 ग्रभवती महिला द्वारा सीताफल का सेवन –
- 9 स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए सीताफल –
- 10 सीताफल आप और किस तरह सेवन कर सकते है –
- 11 सीताफल के खाने के नुकसान –
स्वस्थ वजन के लिए सीताफल –
यदि कोई व्यक्ति अपने वजन से परेशान है तो इस स्थिति में सीताफल मदद कर सकता है। दरअसल कम वजन होने का एक कारण यह भी है कि शरीर को जितनी ऊर्जा प्राप्त होती है उससे कहीं ज्यादा ऊर्जा खर्च होती है। सीताफल को एक बेहतर ऊर्जा स्रोत वाले फल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है जो की वजन बढ़ाने में मदद कर सकता है। हमे ज्ञात रहे कि सीताफल के साथ-साथ अन्य डाइट व नियमित व्यायाम भी आवश्यक है।
अस्थमा के लिए सीताफल –
अस्थमा जैसी बीमारी ऐसी मेडिकल कंडीशन है जो इन्फ्लेमेशन (फेफड़ों के रास्ते में सूजन) के कारण होती है सीताफल के सेवन से कुछ हद तक राहत मिल सकती है। यह एक बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण वाला फल है एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, एंटी-इंफ्लेमेटरी क्रिया अस्थमा के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है। ऐसे में अस्थमा के जोखिम को कम करने के लिए सीताफल का सेवन उपयोगी हो सकता है।
हार्ट अटैक खतरे को कम करने के लिए सीताफल –
हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए भी सीताफल का उपयोग किया जाता है। ज्ञात है की सीताफल में विटामिन-बी6 की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है।एक डॉक्टरी रिसर्च के अनुसार विटामिन-बी6 का सेवन हृदय रोग के खतरे को कम कर सकता है। इसमें हार्ट अटैक भी शामिल है। अतः सीता फल का सेवन से ह्रदय अघात जैसे खतरे से बचा जा सकता है।
पाचन स्वास्थ्य के लिए सीताफल –
अगर कोई पाचन प्रक्रिया को बेहतर रखना चाहता है तो इस स्थिति में भी सीताफल का उपयोग कर सकता है। सीताफल खाने के फायदे में फाइबर की कमी की पूर्ति को पूरा किया जा सकता है। वहीं, फाइबर की पूर्ति शरीर की पाचन क्रिया में भी सुधार करती है और सीता फल का सेवन से यह कब्ज की समस्या से भी लोगों को छुटकारा दिलाता है।
डायबिटीज के उपचार में सीताफल –
डायबिटीज की स्थिति में सीताफल का सेवन कर लाभ लिए जा सकता हैं। दरअसल, सीताफल में एंटी-डायबिटिक गुण पाया जाता है। यह ब्लड में ग्लूकोज के स्तर सुधार में लता है और डायबिटीज के लिए जिम्मेदार विभिन्न प्रकार के जोखिम को भी रोकने में सहायक का कार्य करता है । इसके लिए सीताफल के गूदे का सेवन किया जा सकता है। डायबिटीज में सीताफल लक्षणों को केलाव कम कर सकता है, पूर्ण रूप से उपचार नहीं कर सकता। बेहतर उपचार के लिए डॉक्टर परामर्श आवश्यक होता है।
ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए सीताफल –
ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने के लिए भी सीताफल का उपयोग किया जा सकता है। सीताफल में कुछ मात्रा मैग्नीशियम और कैल्शियम भी निश्चित मात्रा में होता है। अगर किसी को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो वह सीताफल में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम के सेवन के जरिए उसे कुछ हद तक आराम मिल सकता है। यह हाई ब्लड प्रेशर के कारण हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को भी कम करता है।
कोलेस्ट्रोल को कम करने मे सीताफल –
अगर कोलेस्ट्रोल के स्तर में अनावश्यक रूप से बढ़ोत्तरी यदि देखने को मिलती हैं तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। कोलेस्ट्रोल के स्तर को संतुलित बनाए रखने के लिए सीताफल को इस्तेमाल में लाया जा सकता हैं। दरअसल इसमें नियासिन विटामिन की मात्रा पाई जाती है। नियासिन विटामिन का सेवन कोलेस्ट्रोल स्तर को संतुलित करके हृदय रोग स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचाए रखने में लोगों की मदद कर सकता है। ध्यान रहे कि आप कोलेस्ट्रोल की समस्या से पीड़ित हैं तो घरेलू उपचार के साथ डॉक्टरी उपचार जरूर करवाएं।
ग्रभवती महिला द्वारा सीताफल का सेवन –
प्रेगनेंसी की स्थिति में भी सीताफल में उपस्थित पोषक तत्व के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल सीताफल में आयरन व फोलेट की मात्रा भी पाई जाती है यह पोषक तत्व गर्भावस्था में एनीमिया को रोकने और न्यूरल ट्यूब दोष जो की (Neural tube defect – बच्चों की रीढ़ और मस्तिष्क में जन्म के समय होने वाला दोष) से मां को सुरक्षित रखने में मदद करता हैं हालांकि गर्भावस्था में सीताफल का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य लें क्योंकि गर्भावस्था में इसके सेवन को लेकर अभी पर्याप्त वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं।
स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए सीताफल –
त्वचा को निखार के लिए भी सीताफल का सेवन काम आ सकता है। सीताफल में विटामिन-सी की मात्रा पाई जाती है। विटामिन-सी त्वचा को सूर्य की हानिकारक पैराबैंगनी किरणों से बचाने में मदद कर सकता है। साथ ही सीताफल में जिंक, कैल्शियम व मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों के लिए लाभदायक होते हैं। बेहतर होगा कि आप त्वचा विशेषज्ञ की सलाह पर ही इसका प्रयोग करें।
सीताफल आप और किस तरह सेवन कर सकते है –
जैसे की आप-
सीताफल की आइसक्रीम के रूप में खा सकते हैं।
सीताफल को अन्य फलों के साथ फ्रूट सलाद बनाकर आप सभी के द्वारा सेवन किया जा सकता है।
मिल्क शेक के बनाकर भी सीताफल का सेवन कर सकते हैं।
सीताफल के खाने के नुकसान –
सीताफल के कुछ खास दुष्प्रभाव नहीं हैं और इस संबंध में अभी रिसर्च भी कम हुई है। अभी तक की प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिक मात्रा में सीताफल खाने से निम्न प्रकार के नुकसान हो सकते हैं
- सीताफल के बीज आंखों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इससे आंखों का संक्रमण भी हो सकता है।
- सीताफल को खाते समय इसके बीज को निकाल कर ही सेवन करे, नहीं तो यह गले में फंस सकता है।
दोस्तों आशा करता हु की आपको सीताफल से सम्बंधित हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी होगी।