नमस्कार दोस्तों ,
मोमोस खाने के शौकीनों की कोई कमी नहीं है। क्या बच्चे, क्या बड़े, हर कोई मोमोज देखते ही खुद को रोक नहीं पाता है । आज हर रेस्तरां, मार्केट, मॉल, फूड स्ट्रीट, रोड साइड आपको मोमोज बेचने वाला मिल जाएगा । हालांकि, इसे खाते समय थोड़ी सावधानी भी बरतनी चाहिए। कई वेरायटी और स्वाद में मिलने वाला मोमोज सेहत के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यदि आप मोमोज को बिना अच्छी तरह से चबाए एक बार में ही खा जाते हैं, तो यह आपके गले में भी फंस सकता है।

Table of Contents
- 1 मोमोज खाएंगे हर दिन तो हो जाएगी इम्यूनिटी कमजोर –
- 2 वजन बढ़ाए मोमोज (Momos Increase Weight)-
- 3 मोमोज की तीखी लाल चटनी भी है अनहेल्दी-
- 4 मोमोज बढ़ा सकता है शुगर लेवल-
- 5 मोमोज खाएं खूब चबाकर-
- 6 टीओआई में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार-
- 7 बेशक, लाल मिर्च सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है-
- 8 मोमोज में मोनो–सोडियम ग्लूटामेट-
मोमोज खाएंगे हर दिन तो हो जाएगी इम्यूनिटी कमजोर –
रोड साइड ठेले पर मिलने वाले मोमोज का सेवन हाइजिन के लिहाज से भी हेल्दी नहीं होता है। डेली मोमोज का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकता है, जिससे आपको कोई ना कई शारीरिक समस्या बनी ही रहेगी। मैदे का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक होता है।
वजन बढ़ाए मोमोज (Momos Increase Weight)-
जैसा की मोमोज बनाने के लिए मुख्य सामग्री है मैदा और इसमें स्टार्च अधिक होता है। स्टार्च के सेवन से वजन बढ़ सकता है। इसके अलावा, मैदा बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी बढ़ाता है।
मोमोज की तीखी लाल चटनी भी है अनहेल्दी-
आप जिस लाल तीखी चटनी के साथ मोमोज खाने का लुत्फ उठाते हैं, वो भी सेहत के लिए अनहेल्दी है। चटनी के सेवन से पेट दर्द, गैस, कब्ज आदि हो सकता है। डेली यह तीखी चटनी पेट में जाने लगे, तो पाचन क्रिया कमजोर होने लगेगी।

मोमोज बढ़ा सकता है शुगर लेवल-
मोमोज बनता है मैदे से और मैदे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा अधिक होती है । ऐसे में आप डेली मोमोज खाते हैं, खासकर के डायबिटीज रोगी, तो उनमें शुगर लेवल हाई हो सकता है । जिन्हें डायबिटीज नहीं है, उनमें भी शुगर लेवल अधिक होने से डायबिटीज होने की संभावना बढ़ सकती है ।
मोमोज खाएं खूब चबाकर-
डॉक्टर्स ने जब व्यक्ति की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखी, तो पता चला कि मोमो उसके विंडपाइप की ओपनिंग में फंस गया था। ऐसे में आप जब भी मोमोज खाएं, तो उसे अच्छी तरह से चबाकर ही निगलें। दरअसल, मोमोज मैदे से बना होता है। इसका टेक्सचर स्लिपरी भी होता है, जिससे इस तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इतना ही नहीं, अधिक मात्रा में मोमोज खाने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इसके सेहत पर कुछ अन्य नुकसान भी हो सकते हैं।
टीओआई में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार-
मोमोज के अंदर स्टफ की जाने वाली सब्जियां कई बार खराब गुणवत्ता वाली और अस्वच्छ होती हैं। इनमें ई-कोलाई जैसे बैक्टीरिया भी हो सकते हैं, जो गंभीर संक्रमण का कारण बनते हैं।

बेशक, लाल मिर्च सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है-
अगर वे प्रॉसेस्ड मिर्च पाउडर ना हो। लेकिन, मोमोज के साथ दी जाने वाली तीखी लाल मिर्च से बनी चटनी गुणवत्ता के ममाले में अनहेल्दी होती है। इसके अलावा, मोमोज की चटनी अधिक खाने से बवासीर या खूनी बवासीर, पेट में जलन, गैस, पाचन संबंधित समस्या आदि होने की संभावना भी बढ़ सकती है।
मोमोज में मोनो–सोडियम ग्लूटामेट-
भी होता है, जो मोटापे का कारण बन सकता है। साथ ही इसके अधिक सेवन से तंत्रिका संबंधी डिसऑर्डर, अधिक पसीना आना, सीने में दर्द, मतली और धड़कन बढ़ने जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
- अधिक मोमोज खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है।
- चूंकि यह मैदे से बनता है, जिससे आपको कब्ज की शिकायत हो सकती है।
- मैदे में ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा अधिक होने के कारण शुगर लेवल बढ़ सकता है।
- मैदे में स्टार्च होता है, जो वजन बढ़ाने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल लेवल भी हाई कर सकता है।
उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहिए।