नमस्कार दोस्तों,
करोना की नई लहर से एक बार फिर दुनिया सहम उठी है। भारत चीन जापान ब्राजील अमेरिका समेत कई देशों में संक्रमण तेजी से पांव पसारने लगा है। अकेले चीन में अगले 3 महीने के अंदर 80 करोड़ से ज्यादा लोग इसके संक्रमण की चपेट में आने की आशंका है जबकि 10 लाख से ज्यादा मौतें की भी आशंका जताई जा रही हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 10% से ज्यादा लोग अगले 3 महीने के अंदर संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में भारत के अंदर भी संक्रमण के बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। दुनिया भर में बढ़ रहे मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गई है बताया जाता है कि अगले कुछ दिनों में सरकार फिर से कुछ नियमों को लागू कर सकती है।जिससे सभी को मानना अनिवार्य होगा अगले कुछ दिनों में सरकार कड़े नियम भी अपना सकती है कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार ने क्या-क्या तैयारियां की है?

Table of Contents
- 1 यह नियमों को लागू कर सकती है सरकार?-
- 2 सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना हो सकता है अनिवार्य?-
- 3 सोशल डिस्टेंसिंग का करना होगा पालन-
- 4 एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर रेंडम टेस्टिंग-
- 5 बूस्टर डोज में लाई जाएगी तेजी-
- 6 जिनोम सीक्वेंसिंग की प्रक्रिया फिर से शुरू-
- 7 टेस्टिंग ड्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर फोकस किया जाएगा-
- 8 भारत में कोरोना की स्थिति-
यह नियमों को लागू कर सकती है सरकार?-
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक अफसर से बात को सामने लाया गया है। उनके अनुसार कहा गया है कि कोरोना की हर परिस्थिति से निपटने के लिए अभी हम तैयार हैं। भारत में अभी ज्यादा खतरा नहीं है लेकिन फिर भी एहतियातन सावधानी बरतनी चाहिए इसी को देखते हुए हमको वेट प्रोटोकोल को फिर से लागू करने पर विचार कर रहे हैं।
सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना हो सकता है अनिवार्य?-
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर फिर से मास्क पहनने को अनिवार्य किया जा सकता है खासतौर पर उन लोगों के लिए जिसमें कोरोना के लक्षण है मसलन खांसी, जुकाम या किसी तरह के वायरल होने पर लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
सोशल डिस्टेंसिंग का करना होगा पालन-
कोरोना के घटते केस के बाद लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना भी छोड़ दिया था अब एक बार फिर से इसे सख्ती से लागू करवाया जा सकता है।

एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर रेंडम टेस्टिंग-
दिल्ली मुंबई समेत सभी बड़े एयरपोर्ट पर रेंडम कोरोना टेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। खासतौर पर उन लोगों की जांच पर फोकस किया जाएगा जो करो ना प्रभावित देश से लौट रहे हैं ऐसे लोगों की जांच होगी और अगर उनमें संक्रमण मिलता है तो जिनोम सीक्वेंसिंग करके कोर्ट के अन्य प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा इसी तरह रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी रेंडम टेस्टिंग शुरू कराने की तैयारी है।
बूस्टर डोज में लाई जाएगी तेजी-
अब तक 23 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज लगाया जा चुका है। अब इसकी संख्या तेजी से बढ़ाने पर सरकार फोकस कर रही है ज्यादा से ज्यादा लोगों को बूस्टर डोज लग सके इसलिए व्यवस्था होगी।
जिनोम सीक्वेंसिंग की प्रक्रिया फिर से शुरू-
देश के कई लैब में जिनोम सीक्वेंसिंग की प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी गई है। यहां करो ना मरीजों के सैंपल लाकर चेक किए जाते हैं कि कहीं संक्रमण का कोई नया वेरिएंट तो नहीं आ गया है जिससे समय रहते बचाव के लिए कदम उठाए जा सके।
टेस्टिंग ड्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर फोकस किया जाएगा-
कोरोना के मामलों को भारत में बढ़ने से रोकने के लिए सरकार ने टेस्टिंग रेसिंग और ट्रीटमेंट वाले फार्मूला पर फोकस करने का फैसला लिया है। इसके अनुसार ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच होगी और अगर कोई कोरोना संक्रमित मिलता है तो उसके संपर्क में आने वाले ज्यादातर लोगों की जांच करवाई जाएगी इसके साथ ही कुरौना मरीजों का समय से इलाज कराया जा सकेगा।
भारत में कोरोना की स्थिति-
हर रोज सबसे ज्यादा मरीजों के मिलने की सूची में भारत 51 वे नंबर पर है। मंगलवार को यहां तीन नए संक्रमित पाए गए जबकि कोई नई मौत नहीं हुई है। अब तक भारत में 4.46 करोड़ लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। जबकि 5.30 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है भारत में अभी 4,527 मरीज ऐसे हैं जिन का इलाज चल रहा है एक्टिव केस के मामले में भारत दुनिया में अभी 90 स्थान पर है।
उम्मीद करता हूं आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहे।