नमस्कार दोस्तों,
बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कहा कि वह कोरोना महामारी की किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए तैयार है विभाग का यह बयान कई देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर केंद्र द्वारा राज्यों को सभी संक्रमित नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजने का निर्देश दिए जाने के एक दिन बाद आया है।

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को लिखा पत्र-
बंगाल के स्वास्थ्य विभाग के निर्देशक डॉक्टर सिद्धार्थ नियोगी ने कहा कि राज्य में कोविड-19 का प्रसार नहीं होने देने के लिए नियमित रूप से जांच और निगरानी की जा रही है। हम राज्य में किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं चीजें नियंत्रण में है लेकिन हम एहतियात बरतना जारी रख रहे हैं लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकार को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्हें भविष्य में कोविड-19 के प्रकोप में किसी भी संभावित वृद्धि के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।
कोरोना के पॉजिटिव मामलों के जीनोम की होगी जांच-
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने चिट्ठी के जरिए आई एन एस एस ओ जी नेटवर्क के माध्यम से वायरस के स्वरूप को ट्रैक करने के लिए सभी पॉजिटिव मामले के नमूनों को जिनोम अनुक्रमण के लिए भेजने का निर्देश दिया है। बता दें कि बंगाल में कोरोना से अब तक 21,532 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में 20 दिसंबर 2022 तक 20,96,981 लोक संक्रमण से उबर चुके हैं।
बंगाल में रोजाना 4000 नमूनों की हो रही जांच-
अभी बंगाल में कोविड-19 के 42 मरीज इलाज रत है इनमें से 36 मरीज घर पर करंट टाइम में है जबकि 7 मरीज का अस्पतालों में इलाज चल रहा है डॉक्टर सिद्धार्थ नहीं होगी ने कहा कि हम नियमित रूप से कोविड-19 की जांच कर रहे हैं कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास बड़ी संख्या में डॉक्टर सहायक चिकित्सा कर्मी पर्याप्त मास्क ऑक्सीजन आपूर्ति और अलग-अलग अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त संख्या में बिस्तर उपलब्ध है उन्होंने बताया कि बंगाल में रोजाना औसतन 4000 नमूनों की जांच की जा रही है और कोविड-19 ठीक से होने की दर 98% है।
उम्मीद करता हूं आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहे।